ज्योतिष शास्त्र में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि मनुष्य के मन का कारक चन्द्रमा को माना गया है जो हर समय मन को चंचल बनाये रखता है ! इसी कारण चन्द्रमा की धातु चांदी को माना गया है ! पुरुषो को चांदी का कड़ा धारण करना चाहिए ! ऐसा करने से उनके अन्दर चन्द्र ग्रह से सम्बन्धित सभी दोष समाप्त हो जायेंगे और बहुत सी बीमारियों से मुक्ति भी मिलेगी !

धर्म के हिसाब से सिख पुरुषो को हाथ में कड़ा पहनना अनिवार्य होता है ! लेकिन अब अन्य धर्म के लोग भी शौंकिय तौर पर कडा पहनने लग गये है ! धार्मिक महत्व के साथ ही पुरुषो का हाथ में कड़ा पहनना वैज्ञानिक महत्व भी है ! हम आपको कड़ा पहनने के महत्व और किस धातु का कड़ा पुरुषो को धारण करना चाहिए के बारे में बतायेंगे !

लम्बे समय से बीमार चल रहे इन्सान को बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए सीधे हाथ में अष्टधातु का कड़ा धारण करना चाहिए ! लेकिन इस अष्टधातु के कड़े को धारण करने से पहले कुछ नियमो का पालन करना होगा !
मंगलवार के दिन अष्टधातु के कड़े को बनवाना चाहिए और शनिवार के दिन हनुमान जी मंदिर में अष्टधातु के इस कड़े को लेजाये और हनुमान जी के चरणों में रख दे ! कड़े पर सिंदूर का तिलक लगाये हनुमान चालीसा का पाठ करे ! पूजा होने के बाद इस अष्टधातु के कड़े को धारण करे !

तांबा एंजाइमों की प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है जो शरीर को हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करते हैं। तांबे में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर के भीतर विषाक्तता को बढ़ाने से बचाता है। तांबे को पहनने से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। तांबे का कड़ा पहनने से मन शांत होता है और गुस्सा कम आता है। कहा जाता है कि कड़ा पहनने के बाद कभी भी गलत संगति का साथ नही देना चाहिए नहीं तो कड़े से कोई लाभ नही होता !
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